मिले जो हमको पुरखों से उन अदबों की रवानी है,
फ़ख्र है मेरी जां को - के वो हिन्दोस्तानी है.
लगती रही है दाव पर हर युग में द्रोपदी,
भगवान को आना पड़ता है जब लाज बचानी है.
फ़ख्र है मेरी जां को - के वो हिन्दोस्तानी है.
राम राज में अग्नि परीक्षा सीताओं की होती रही,
रघुकुल रीत विश्वास की हमको वही चलानी है.
फ़ख्र है मेरी जां को - के वो हिन्दोस्तानी है.
जंग की खातिर जब धोखा हर किसी को जायज़ है,
बालियों से तो हमें भी अपनी जान बचानी है,
फ़ख्र है मेरी जां को - के वो हिन्दोस्तानी है.
करते रहे हैं गदर नासमझ आजादी के वास्ते,
राय बहादुरी हमवतनों की जां पर पानी है
फ़ख्र है मेरी जां को - के वो हिन्दोस्तानी है.
भगत सिंह आजाद की बातें ना छेड़ो तो अच्छा है,
जो गुल कुरबान हैं वतनों पर वो मरते भरी जवानी हैं,
फ़ख्र है मेरी जां को - के वो हिन्दोस्तानी है.
काट के अंग अंग बांटा भाइयों ने ही मां को,
ये गांधीयों जिन्नाओं की ही मेहरबानी है,
फ़ख्र है मेरी जां को- के वो हिन्दोस्तानी है.
हो गये आज़ाद अब बसाते हैं शहर नये,
ठेकेदारी बस अपने भाइयों को दिलानी है,
फ़ख्र है मेरी जां को - के वो हिन्दोस्तानी है.
अब चोर उच्चके राज करेंगे लोकतंत्र की आड़ में,
इक दादा की मूरत भी चौराहे पे लगानी है,
फ़ख्र है मेरी जां को - के वो हिन्दोस्तानी है.
देवों की इस धरती पर कीमत सिफ़र इंसान की,
करके नये फ़साद खड़े दंगो की आग जलानी है,
फ़ख्र है मेरी जां को - के वो हिन्दोस्तानी है.
रुतबा पैसे से मिलता है तहजीब से पेट नहीं भरता,
काम बहुत अभी करने है नकली दूध बनानी है,
फ़ख्र है मेरी जां को - के वो हिन्दोस्तानी है.
दुर्योधन शकुनी ने जूये से हासिल तख्तो ताज किये,
हैं आज के भ्रष्टाचारी क्या - ये तो भरते पानी हैं,
फ़ख्र है मेरी जां को - के वो हिन्दोस्तानी है.
गुरु द्रोण की परंपरा तब से अब तक कायम है,
एकलव्यों की गुरु दक्षिणा वही अंगूठा कुर्बानी है,
फ़ख्र है मेरी जां को - के वो हिन्दोस्तानी है.
घर में भेदी था रावण के जयचंदो की भूमी है,
फ़िजा ए तहज़ीब ए हिन्दोस्तां तो बहुत पुरानी है,
"Anaarhi" 14 th Oct. 2010
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