"Duaayen bahut see dee.n sabane magar
asar hone main hi zamaane lage."

Wednesday, June 16, 2010

AAENA

तराजू पे रक्खा था जो मन भर का
तोला तो मासा निकला .

दूर से देखा था तो था हीरा,
हाथ आया तो शीशा निकला.

लगा जो निशाने पे वो तीर,
न लगा तो तुक्का निकला.

ऊची दूकान का मशहूर पकवान,
जब भी खाया फीका निकला.

सूरज का गुमान pala जिसपे ,
वो भुझा हुआ शोला निकला.

जिसे हर सवाल का हल समझे,
वो जमा घटा में सिफ़र निकला.

दोनों तरफ से dhasta है जो ,
सांप नहीं नेता निकला.

जो करे भरोसा तो दे धोखा इंसां ,
था रब ने बनाया, पर क्या निकला ,

मत कर भरोसा किसी शे पर "अनाढ़ी"
कसौटी ने जब भी कसा सोना खरा
हर बार खोटा निकला , हर बार खोटा निकला , हर बार खोटा निकला

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